Sunday 14 August 2011

कैसे पहुंचें शिव के धाम



शिव के धाम अमरनाथ जाने वाले श्रद्घालुओं को सबसे पहले पंजीकरण करवाना पड़ता है। यह हमेशा ध्यान रखें कि बीमार व्यक्तियों का पंजीकरण नहीं होता है। बिना पंजीकरण के आप अमरनाथ यात्रा पर नहीं जा सकते हैं। पंजीकरण के दौरान निम्नलिखित प्रक्रियाएं होती हैं -
1. सबसे पहले जिस दिन यात्रा करनी होती है, उस दिन की उपलब्धता की जांच होती है।
2. प्रत्येक बुकिंग पर अधिकतम पांच यात्रियों का पंजीकरण हो सकता है।
3. प्रत्येक यात्री को यात्रा के लिए 15 रुपये शुल्क के तौर पर जमा करना होता है।
4. यात्रियों की पूरी जानकारी फॉर्म में भरनी पड़ती है।
5. बीमा के लिए नॉमिनी की जानकारी देनी होती है।
6. फॉर्म में सही ईमेल एड्रेस डालें, जिससे आपको समय-समय पर जानकारी मिल सके।
7. पंजीकरण के समय स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र जमा करना पड़ता है। इसके बिना पंजीकरण संभव नहीं है।


वायु मार्ग से
अमरनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्घालु वायु मार्ग का भी सहारा ले सकते हैं। इस स्थल का निकटतम हवाई अड्डा श्रीनगर है। श्रीनगर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। यहां डल झील, नगिना झील, शंकराचार्य मंदिर, मुगल गार्डन आदि विख्यात दर्शनीय स्थल हैं। वायु मार्ग से जाने वाले श्रद्घालु श्रीनगर की भी सैर करते हैं। यहां दिल्ली और जम्मू से सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं।

रेल मार्ग से
रेल मार्ग से अमरनाथ धाम जाने वाले श्रद्घालु रेलमार्ग का भी सहारा ले सकते हैं। जम्मू निकटतम रेलवे स्टेशन है। इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। यहां रघुनाथ मंदिर, महादेव मंदिर जैसे विख्यात मंदिर हैं। दिल्ली से जम्मू के लिए राजधानी एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, शालीमार एक्सप्रेस, पूजा एक्सप्रेस, जम्मू तवी एक्सप्रेस के साथ देश के विभिन्न शहरों से कई रेलगाड़ियां चलती हैं। इसके बाद सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ता है।

सड़क मार्ग से
जम्मू पहुंचने के लिए दिल्ली से कई बसें उपलब्ध हैं।। साथ ही अमृतसर, पठानकोट से भी बसें आसानी से उपलब्ध हैं। जम्मू से पहलगाम या बालटाल जाने के लिए भी सरकारी बसें उपलब्ध हैं। इसके अलावा आप टैक्सी रिजर्व करके भी आसानी से मनोरम वादियों को पार करते हुए पहलगाम और बालटाल तक पहुंच सकते हैं।

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