जम्मू, 24 सितम्बर 2011। देश-विदेश से माता वैष्णो
देवी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक
अच्छी खबर।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भवन से भैरो मंदिर तक पैसेंजर रोप-वे और सियार दबडी से भवन तक मैटीरियल रोप-वे
प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इन दोनों
प्रोजेक्ट पर 65 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। नई दिल्ली में शुक्रवार को श्राइन बोर्ड के चेयरमैन व
राज्यपाल एनएन वोहरा की अध्यक्षता में आयोजित
बैठक में रोप-वे प्रोजेक्टों को मंजूरी दी गई। कटड़ा-रियासी मार्ग पर स्थित डीडी गांव में सियार दबडी से भवन
तक मैटेरियल रोप-वे पर दस करोड़ रुपये जबकि भवन
से भैरो मंदिर तक बनने वाले पैसेंजर
रोप-वे पर 55 करोड़ रुपये खर्च आएगा। दोनों का काम दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। भवन से
भैरो मंदिर की दूरी करीब दो किलोमीटर है, यकीनन इस प्रोजेक्ट से
भक्तों का लाभ होगा। सूत्रों की मानें तो बोर्ड की भवन से अर्द्धकुंवारी, अर्द्धकुंवारी से शंकराचार्य मंदिर और शंकराचार्य मंदिर से
कटड़ा तक रोप-वे बनाने की भी योजना है। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में यात्रा
प्रबंधन और तीस अगस्त से शुरू हुए रजत जयंती समारोह पर भी चर्चा हुई। इसमें बाण
गंगा से लेकर भवन तक चल रहे सफाई कार्य, पूरे मार्ग पर अतिरिक्त
शौचालय, बोर्ड के कर्मचारियों और उनके बच्चों
के लिए योजनाएं शुरू करना शामिल है। बैठक में यह भी बताया गया कि यात्रा मार्ग व
आसपास के क्षेत्रों में पौधरोपण पर जोर दिया गया है। अर्द्धकुंवारी से भवन के बीच
इमरजेंसी हेलीपैड बनाने पर भी चर्चा की गई। कई बार यात्रियों को मार्ग में
इमरजेंसी स्वास्थ्य सुविधा की जरूरत पड़ती है। यही नहीं, बाणगंगा से भवन तक स्थित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आधुनिक
स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर जोर दिया गया। बोर्ड ने घोड़ों की लिद से
प्रस्तावित बायो गैस प्लांट, छह सोलर पावर प्रोजेक्ट
स्थापित करने पर भी विचार किया। बैठक में ई श्रीधरन, डॉ.
एसएस बलोरिया, सुधा मूर्ति, पदमा सचदेव, आरके गोयल व डॉ. मंदीप
भंडारी भी मौजूद थे।
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